Singrauli News : मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में एक बड़ा मामला सामने आ रहा है। जहां प्रशासन की लापरवाही के कारण एक जीवित व्यक्ति को सरकारी दस्तावेजों में मृत घोषित कर दिया गया। तब जाकर पूरे मामले का खुलासा हुआ। जब लाडली बहना योजना की फीस महिला के खाते में नहीं पहुंची। महिला ने अखबारों में अपने पति के जिंदा वापस लौटने की मांग की है।
Singrauli News : जानिए पूरा मामला
यह पूरा मामला सिंगरौली जिले के देवसर के मटिया गांव का है। यहां रहने वाले नारायण यादव को एक-दो माह पहले पंचायत कर्मियों ने समग्र आईडी में मृत घोषित कर दिया था। जब नारायण की पत्नी मीना बाई को अचानक सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना बंद हो गया। इस मामले का पूरा खुलासा तब हुआ जब सरकार ने लाडली बहना योजना के तहत 1250 रुपये की जगह 1500 रुपये ट्रांसफर किए। जब यह रकम मीराबाई के खाते में नहीं पहुंची तो महिला ने शिकायत की। जब दस्तावेजों की जांच की गई तो पता चला कि जीवित पति को मृत घोषित कर दिया गया है।
सरपंच और रोजगार सहायक पर लगाए गंभीर आरोप
पीड़ित परिवार की ओर से आरोप लगाया गया है कि यह काम सरपंच सचिन और रोजगार सहायक ने किया है। उन्होंने नारायण यादव के बैंक खाते में वेतन का भुगतान कर पैसे की मांग की, लेकिन नारायण ने कमीशन देने से इनकार कर दिया था। जिससे वे नाराज हो गये और समग्र पहचान में पीड़ित नारायण यादव को मृत घोषित कर दिया।
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