Bhopal Drugs Case : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ड्रग्स मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। 1800 में नहीं बल्कि करीब चार अरब रुपए की ड्रग थीं। 2200 करोड़ रुपये की ड्रग बनाने की आखिरी प्रक्रिया बाकी थी। नशे के जाल से नए किरदार उभर कर सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि इस ड्रग गिरोह के तार राजस्थान के शोएब लाला से जुड़े हुए हैं।
4,000 करोड़ रुपये की ड्रग
भोपाल ड्रग्स केस में एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं। इन ड्रग्स की कीमत 1,800 रुपये नहीं बल्कि करीब 4,000 करोड़ रुपये बताई गई थी। 2200 करोड़ रुपये की ड्रग्स बनाने की आखिरी प्रक्रिया बाकी थी। मशीन में 2.2 अरब रुपये की ड्रग्स थीं। हिरासत में लिए गए तीनों प्रतिवादियों का काम बांट दिया गया। हरीश आंजना ड्रग्स सप्लाई करने का काम करता था। सान्याल बाने कच्चे माल से ड्रग्स बनाता था। अमित चतुवेर्दी ड्रग्स बनाने के लिए कच्चा माल लाता था। प्रतिवादी ज्यादातर सामान विदेशों में सप्लाई करते थे। विदेशों में ड्रग्स ऊँचे दामों पर बेची गईं।
ड्रग नेटवर्क के नए किरदार सामने आए हैं
ड्रग मामले के तार राजस्थान से जुड़े बताए जा रहे हैं। गिरोह का सरगना शोएब लाला बताया जा रहा है। प्रेमसुख पाटीदार नाम के शख्स की भी तलाश की जा रही है। प्रेमसुख पाटीदार हरीश आंजना के संपर्क में थे। प्रेमसुख पाटीदार नाम का शख्स ड्रग्स सप्लाई करने में शामिल बताया जा रहा है। ड्रग्स की सप्लाई में हवाला नेटवर्क के भी शामिल होने का संदेह है। एजेंसियां फिलहाल हवाला नेटवर्क को खंगालने में जुटी हैं।
राजनीतिक हंगामा
करोड़ों रुपये की ड्रग्स की बरामदगी पर सियासी घमासान भी मचा हुआ है। इसी बात को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा के साथ एक ड्रग्स कारोबारी की फोटो वायरल हो रही है। कांग्रेस ने उपमुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है। भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। बीजेपी का कहना है कि सार्वजनिक और राजनीतिक क्षेत्र में कई लोगों की फोटो खींची जाती है, लेकिन किसी भी अपराधी को फोटो खिंचवाने से नहीं बख्शा जाएगा और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कानून अपना काम करेगा।