Hindenburg Research-हिंडनबर्ग रिसर्च ने किया बड़ा दावा, कहा, ‘भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होगा’

PBLive
3 Min Read
Hindenburg Research photo credit- google

 

Hindenburg Research: शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg Research)  रिसर्च ने दावा किया है और कहा कि भारतीय कंपनी से जुड़ा एक और बड़ा खुलासा जल्द ही होने वाला है। फर्म ने 10 अगस्त को सोशल मीडिया एक्स प्लेटफॉर्म पर एक संदेश पोस्ट किया, जिसमें लिखा था, “भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है।”

Hindenburg Research ने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए बड़ा एलान

https://x.com/HindenburgRes/status/1822061498845266212

https://x.com/HindenburgRes/status/1822061498845266212

जनवरी 2023 में, अडानी एंटरप्राइजेज द्वारा शेयर बिक्री शुरू करने की योजना बनाने से ठीक पहले, हिंडनबर्ग ने समूह की तीखी आलोचना जारी की।

उस रिपोर्ट का नतीजा बहुत बड़ा था। अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई, बाजार पूंजीकरण में लगभग 86 बिलियन डॉलर की गिरावट आई। इसके अलावा, समूह के विदेश में सूचीबद्ध बॉन्ड में आरोप के जवाब में उल्लेखनीय बिक्री देखी गई

अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में SEBI ने किया था बड़ा खुलासा

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड यानि सेबी ने हाल में अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में नए घटनाक्रम का खुलासा किया था. इस खुलासे से अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research)  और न्यूयॉर्क हेज फंड मैनेजर मार्क किंगडन के बीच रिश्तों की जानकारी सामने आई थी.

सेबी के अनुसार, हिंडनबर्ग ने अदाणी ग्रुप पर अपनी रिपोर्ट की एडवांस कॉपी किंगडन के साथ पब्लिक रिलीज से लगभग दो महीने पहले शेयर कर दी थी, जिससे स्ट्रैटेजिक बिजनेस के जरिए महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त हुआ था.

यह भी पढ़े : Laapataa Ladies :सुर्ख़ियो में ‘लापता लेडीज’, जानें क्या है इसकी खासियत और क्यों देखेंगे इस फिल्म को चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ समेत सुप्रीम कोर्ट के जज और रजिस्ट्री अधिकारी

रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप पर ” धोखाधड़ी” करने का आरोप लगाया गया

46 पेज के डिटेल्ड कारण बताओ नोटिस में, सेबी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि हिंडनबर्ग और किंगडन कैपिटल मैनेजमेंट ने मई 2021 में एक “रिसर्च एग्रीमेंट” किया था. इस एग्रीमेंट के तहत ड्राफ्ट रिपोर्ट को शेयर करने की बात कही गई थी, जो जनवरी 2023 में पब्लिश हुई लास्ट एडिशन के लगभग समान थी. रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप पर “कॉरपोरेट इतिहास में सबसे बड़ी धोखाधड़ी” करने का आरोप लगाया गया, जिसके कारण अदाणी की लिस्टेड कंपनियों के बाजार मूल्य में 150 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट आई थी.

 

Share This Article
1 Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *